चेहरा
तुम्हारे
कठोर एवं खुरदरे चेहरे पर
जिस पर
मासूमियत है- आकर्षण भी
और चढ़ा है
आदमियत का लेप
जिसे धोना -पोंछना
कितना मुश्किल है. !
इतना नुकीला है / तुम्हारा चेहरा
क़ि वह,
आसानी से समां सकता है
मेरे भावुक चहरे में.
तुम जब चाहो
तब अलग कर लोगे अपना चेहरा
मेरे चेहरे से;
फलस्वरूप,
बेदौल - लहूलुहान हो जायेगा
मेरे चेहरा.
कोई फर्क नहीं पड़ता
तुम्हें
क्यूंकि ,
तुम्हारा असली चेहरा
तुम्हारे पास जो रह जयेगा.
तुम्हारे
कठोर एवं खुरदरे चेहरे पर
जिस पर
मासूमियत है- आकर्षण भी
और चढ़ा है
आदमियत का लेप
जिसे धोना -पोंछना
कितना मुश्किल है. !
इतना नुकीला है / तुम्हारा चेहरा
क़ि वह,
आसानी से समां सकता है
मेरे भावुक चहरे में.
तुम जब चाहो
तब अलग कर लोगे अपना चेहरा
मेरे चेहरे से;
फलस्वरूप,
बेदौल - लहूलुहान हो जायेगा
मेरे चेहरा.
कोई फर्क नहीं पड़ता
तुम्हें
क्यूंकि ,
तुम्हारा असली चेहरा
तुम्हारे पास जो रह जयेगा.
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